कुबेर पूजा

विशेष दिन और समय:
- कुबेर पूजा के लिए दिवाली का दिन और धनतेरस विशेष शुभ माना जाता है।
- यह पूजा बुधवार, शुक्रवार, या पूर्णिमा के दिन भी की जा सकती है।
- पूजा के दौरान उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें, क्योंकि उत्तर दिशा भगवान कुबेर की दिशा मानी जाती है।
पूजा का फल:
भगवान कुबेर की पूजा करने से धन और संपत्ति में वृद्धि होती है। साथ ही, आर्थिक संकट दूर होते हैं और जीवन में स्थायित्व और समृद्धि का संचार होता है।
कुबेर पूजा
कुबेर पूजा भगवान कुबेर की आराधना का एक विशेष अनुष्ठान है, जिसे धन, समृद्धि, और भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए किया जाता है। भगवान कुबेर धन के स्वामी और देवी लक्ष्मी के खजांची माने जाते हैं। सही विधि से कुबेर पूजा करने से जीवन में आर्थिक स्थिरता और समृद्धि आती है।
कुबेर पूजा की सामग्री
- भगवान कुबेर की मूर्ति या चित्र।
- स्वच्छ पीला या सफेद कपड़ा।
- चावल, कुंकुम, हल्दी और अक्षत।
- फूल (गेंदे या कमल), तुलसी के पत्ते।
- अगरबत्ती और दीपक।
- मिठाई (खीर, फल, या मेवा)।
- पानी से भरा कलश, पान और सुपारी।
- सिक्के और धन (धातु के सिक्के या मुद्रा)।
कुबेर पूजा की विधि
स्थान का चयन और सफाई:
पूजा स्थल को स्वच्छ करें और भगवान कुबेर की मूर्ति या चित्र को पीले या सफेद कपड़े पर रखें।आसन और ध्यान:
भगवान कुबेर का ध्यान करते हुए निम्न मंत्र का उच्चारण करें:
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः।आचमन और संकल्प:
शुद्ध जल से आचमन करें और संकल्प लें कि आप भगवान कुबेर की पूजा धन और समृद्धि प्राप्ति के लिए कर रहे हैं।पूजा सामग्री अर्पित करें:
भगवान कुबेर को फूल, अक्षत, चावल, हल्दी, कुंकुम, और मिठाई अर्पित करें।धूप और दीप अर्पण:
अगरबत्ती और घी का दीपक जलाकर भगवान कुबेर के समक्ष रखें।कुबेर मंत्र जप:
भगवान कुबेर का निम्न मंत्र श्रद्धा से जपें:- ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
- ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं श्रीं क्लीं कुबेराय नमः।
नैवेद्य अर्पण:
भगवान कुबेर को मिठाई, फल, खीर या मेवे का भोग लगाएं।कुबेर यंत्र की स्थापना:
यदि कुबेर यंत्र उपलब्ध हो, तो उसे पूजा स्थल पर स्थापित करें और उसकी पूजा करें।कुबेर स्तुति:
भगवान कुबेर की स्तुति के लिए निम्न श्लोक का पाठ करें:
धनाध्यक्ष धनाधीश धनं मे देहि देहि मे।
धनं प्राप्तिं मे कुर्वंतु गृह लक्ष्मी नमोऽस्तु ते॥आरती करें:
भगवान कुबेर की आरती करें और अंत में उनसे प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन में धन, सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करें।