माँ छिन्नमस्ता, हिंदू धर्म की एक शक्तिशाली देवी हैं, जो खासकर तंत्र साधना में पूजी जाती हैं। उन्हें अक्सर एक खड़ी अवस्था में चित्रित किया जाता है, जिसमें उनका सिर एक तरफ कट हुआ होता है और उनका रक्त बह रहा होता है। यह चित्रण शक्ति, शक्ति और सृजनात्मकता का प्रतीक होता है। माँ छिन्नमस्ता का उपासना करने से साधक को आध्यात्मिक शक्ति, आत्म-ज्ञान और मानसिक शक्ति प्राप्त होती है।
माँ छिन्नमस्ता का अवतार
नारद-पंचरात्र से जुड़ी एक किंवदंती बताती है कि मंदाकिनी नदी में स्नान करते समय पार्वती कामुक हो जाती हैं और काली पड़ जाती हैं। उसी समय, उनकी दो महिला परिचारिकाएँ डाकिनी और वर्णिनी (जिन्हें जया और विजया भी कहा जाता है) बहुत भूखी हो जाती हैं और भोजन की भीख माँगती हैं। परन्तु माता ने उन्हें मना कर दिया तथा कैलास न जाकर माता से ही क्रोध करने लगीं और कहने लगीं कि, हे माता तुम समस्त जगत का भरण-पोषण करती हो किन्तु इस समय आप हमें भोजन न देकर हमारा तिरस्कार तथा अपमान कर रहीं हैं। इस तरह अपनी सहचरियों के मुख से इस प्रकार के शब्द सुनकर माता ने अपने खड्ग से अपनी तलवार से अपनी गर्दन को काट दिया। तदुपरान्त माता के धड़ (शरीर) से रक्त की तीन धाराऐं उत्पन्न हुईं। एक धारा स्वयं माता भगवती के श्रीमुख में गई तथा दो धाराऐं ‘डाकिनी’ तथा ‘शाकिनी’ के श्रीमुख में प्रवेश किया l
माँ छिन्नमस्ता पूजा का महत्व
माँ छिन्नमस्ता के साथ साधना से व्यक्ति कठिन परिस्थितियों का सामना करने की शक्ति प्राप्त करता है और मानसिक मजबूती हासिल करता है। माँ छिन्नमस्ता की साधना तंत्र साधकों के लिए महत्वपूर्ण है। यह साधना तंत्र मंत्रों की शक्ति को जाग्रत करती है और तंत्र के गहरे रहस्यों को समझने में मदद करती है। शक्ति साधक को जीवन के विभिन्न पहलुओं में सफलता प्राप्त करने में सहायक होती है। माँ छिन्नमस्ता की साधना गहरी ध्यान की स्थिति को प्राप्त करने में सहायक होती है। यह साधना साधक को अपने भीतर की गहराइयों को समझने और ध्यान की उच्च अवस्था में प्रवेश करने में मदद करती है। माँ छिन्नमस्ता की साधना आत्म-बलिदान और सेवा के महत्व को समझने में मदद करती है। यह साधना सिखाती है कि महान उद्देश्यों के लिए व्यक्तिगत बलिदान आवश्यक हो सकता है।
5100 मंत्र जाप
माँ छिन्नमस्ता के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ छिन्नमस्ता का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।
₹ 3,151/-
(1 आचार्य और 1 पंडित सहित 2 दिवसीय अनुष्ठान)
11000 मंत्र जाप
माँ छिन्नमस्ता के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ छिन्नमस्ता का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।
₹ 7,151/-
(1 आचार्य और 2 पंडित सहित 3 दिवसीय अनुष्ठान)
21000 मंत्र जाप
माँ छिन्नमस्ता के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ छिन्नमस्ता का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।
₹ 15,051/-
(2 आचार्य और 2 पंडित सहित 4 दिवसीय अनुष्ठान)
51000 मंत्र जाप
माँ छिन्नमस्ता के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ छिन्नमस्ता का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।
₹ 35,151/–
(3 आचार्य और 4 पंडित सहित 7 दिवसीय अनुष्ठान)