माता धूमावती

माँ धुमावती एक प्रमुख देवी हैं जो भारतीय तंत्र और शास्त्रों में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। उन्हें महाविद्या के रूप में पूजा जाता है। धुमावती कI स्वरूप आमतौर पर बुजुर्ग और काला वर्ण वाला होता है। उनकी पूजा उन लोगों के लिए की जाती है जो कठिनाइयों और समस्याओं का सामना कर रहे हैं, क्योंकि उनका आशीर्वाद प्राप्त करने से इन समस्याओं का समाधान हो सकता है। धुमावती का विशेष ध्यान साधना और तंत्र-मंत्र की गहराई में होता है, और उनकी पूजा में विशेष प्रकार की अनुष्ठानिक विधियाँ अपनाई जाती हैं। इस देवी की उपासना के दौरान ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह एक गहन और समर्पण की मांग करने वाली साधना है, जिसमें गहन ध्यान और सही विधियों का पालन आवश्यक होता है।

माँ धुमावती पूजा का महत्त्व

माँ धुमावती की पूजा का महत्त्व भारतीय तंत्रशास्त्र और धार्मिक परंपराओं में विशेष स्थान रखता है। यहाँ माँ धुमावती की पूजा के महत्व को विस्तार से समझाया गया है:

1. आध्यात्मिक उन्नति और ज्ञान की प्राप्ति:

माँ धुमावती की पूजा से साधक को गहरे आध्यात्मिक ज्ञान और आत्म-साक्षात्कार की प्राप्ति होती है। वे उन गहन रहस्यों को उद्घाटित करने में सक्षम होती हैं जो सामान्य मानव समझ से परे होते हैं।

2. दुख और कठिनाइयों से मुक्ति:

धुमावती का स्वरूप उन कठिन परिस्थितियों का प्रतिनिधित्व करता है जिनका सामना करना जीवन का एक हिस्सा है। उनकी पूजा से साधक को मानसिक और भौतिक कठिनाइयों का सामना करने की शक्ति प्राप्त होती है और कठिन समय में धैर्य और सहनशीलता मिलती है।

3. अशुभ शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा:

माँ धुमावती की पूजा अशुभ शक्तियों और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करती है। उनका शक्तिशाली स्वरूप और आशीर्वाद उन बुरी परिस्थितियों को बदलने में मददगार साबित हो सकता है जो साधक के जीवन में बाधाएँ उत्पन्न कर रही हैं।

4. आत्मिक शांति और संतुलन:

उनकी पूजा साधक को आंतरिक शांति और मानसिक संतुलन प्राप्त करने में मदद करती है। धुमावती की उपासना से व्यक्ति को आत्म-समर्पण और समर्पण की भावना विकसित होती है, जो अंततः शांति और संतुलन लाती है।

5. सांसारिक कष्टों का समाधान:

धुमावती की पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो जीवन में कष्टों और समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यह पूजा साधक को समस्याओं के समाधान के लिए मार्गदर्शन और शक्ति प्रदान करती है।

6. रुपांतरण और परिवर्तन:

माँ धुमावती सृष्टि के अंत और परिवर्तन की शक्ति का प्रतीक हैं। उनकी पूजा से व्यक्ति को अपने जीवन में आवश्यक बदलाव और परिवर्तन के लिए प्रेरणा मिलती है, और यह उन्हें नए अवसरों और दिशाओं के लिए खोलती है।

5100 मंत्र जाप

माँ धूमावती के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ धूमावती का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।

₹ 3,151/-

(1 आचार्य और 1 पंडित सहित 2 दिवसीय अनुष्ठान)

11000 मंत्र जाप

माँ धूमावती के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ धूमावती का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।

₹ 7,151/-

(1 आचार्य और 2 पंडित सहित 3 दिवसीय अनुष्ठा)

21000 मंत्र जाप

माँ धूमावती के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ धूमावती का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।

₹ 15,051/-

(2 आचार्य और 2 पंडित सहित 4 दिवसीय अनुष्ठान)

51000 मंत्र जाप

माँ धूमावती के मंत्र जाप से भक्तों के जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश होता है। माँ धूमावती का मंत्र जाप करने से मन शांत होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। जातक की आंतरिक चेतना जागृत होती है और जीवन में स्थिरता आती है।

₹ 35,151/-

(3 आचार्य और 4 पंडित सहित 7 दिवसीय अनुष्ठान)

सामूहिक हवन अनुष्ठान

₹ 1100/

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